गुरुवार, 6 जनवरी 2011

बिन्दी है हिन्दी


आत्मबली मरते न कभी इस

कारण आज लौ जिन्दी है हिन्दी ।

डोंगरी औ' बंगला, उड़िया औ'

नेपाली, मराठी, औ' सिन्धी है हिन्दी ।

कालिय नाग जहाँ हुआ मर्दित

पावन नीर कलिन्दी है हिन्दी ।

भारत माता इसे नित साजत

भाल पे राजत बिन्दी है हिन्दी ।

3 टिप्‍पणियां:

  1. सुन्दर शब्द चयन सुदर भावनाएं.सराहनीय प्रस्तुति. शब्द पुष्टिकरण हटा दें तो आसानी होगी. धन्यवाद

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  2. भारत माता इसे नित साजत

    भाल पे राजत बिन्दी है हिन्दी
    कितना सुन्दर कहा है . ... अति सुन्दर .

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