देव सुनें जिससे नित ध्यान से वेद में साम है गायन हिन्दी ।
नेम से प्रेम से लोग भजे जिसको वह राम रसायन हिन्दी ।
काव्य जिसे करुणा ने जना वह राम का रूप रामायन हिन्दी ।
देती प्रकाश है प्राण को वायु ये ऎसी सुरम्य वातायन हिन्दी ॥
देव सुनें जिससे नित ध्यान से वेद में साम है गायन हिन्दी ।
नेम से प्रेम से लोग भजे जिसको वह राम रसायन हिन्दी ।
काव्य जिसे करुणा ने जना वह राम का रूप रामायन हिन्दी ।
देती प्रकाश है प्राण को वायु ये ऎसी सुरम्य वातायन हिन्दी ॥
दानव , देव , ऋषी -मुनि केलि
करे जिससे वह क्रीड़ा है हिन्दी ।
मानव मात्र में सिर्फ दिखे वह
छूई- मुई जस व्रीड़ा है हिन्दी ।
सृष्टि के साथ से है जिसकी
महिमा वह नारी है ईड़ा है हिन्दी॥
हाथ में लेके जिसे हरषाती
बजाती सरस्वती वीणा है हिन्दी ॥