हिन्दी
सिर्फ पुकार के देखो इसे
अपनी है अनाथ की नाथ है हिन्दी ।
कर्म ही पूजा है पाठ पढ़ाती ये
कर्मठ के लिए हाथ है हिन्दी ।
अंग इसे नहीं छांट सकोगे ये
आँख है , नाक है , माथ है हिन्दी ।
हिन्दी वगैर अधूरा सभी कुछ
जीवन मृत्यु के साथ है हिन्दी ॥
हिन्दी वगैर अधूरा सभी कुछजीवन मृत्यु के साथ है हिन्दी ॥-मातृभाषा से ही सब कुछ है.
हिन्दी वगैर अधूरा सभी कुछ
जवाब देंहटाएंजीवन मृत्यु के साथ है हिन्दी ॥
-मातृभाषा से ही सब कुछ है.