बुधवार, 20 जून 2012

प्रयाग है हिन्दी ...

..: पावन पाहन को जो प्रणाम  
 करे वही प्रीत की पाग है हिन्दी .
 एक से एक जहाँ फल फूल  
 दिखे वो मनोरम बाग़ है हिन्दी .
  भोर में भाव विभोर हो भक्त ..
सुने वही भैरवी राग है हिन्दी .
तीर्थ आ मज्जन पान करें वह .
तीरथ राज प्रयाग है हिन्दी .. .

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