गुरुवार, 21 जून 2012

शक्ति है हिन्दी ..

आयेगा वक्त कहेंगे सभी यही 
व्यक्ति से व्यक्ति है व्यक्ति है हिन्दी .
ज्ञान है ,योग है ,कर्म है ,भाव है 
मानव जाति  की भक्ति है हिन्दी .
 योगी के योग में ,भोगी के भोग में 
व्यापी हुई अनुरक्ति है हिन्दी .
डोल रहे रस घोल रहे शिव 
बोल रहे वह शक्ति है हिन्दी ..

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें