लेती परीक्षा कठोर है किन्तु
ये नन्दिनी सी वरदानी है हिन्दी.
जो समझे उसके लिए आग है,
आग लिए पर पानी है हिन्दी.
है करती न दिखावा जरा,
अभिमानी नहीं स्वाभिमानी है हिन्दी.
लाल को काल के गाल में डाल दे,
सिंहिनी झाँसी की रानी है हिन्दी..
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