आयी भूलोक पे ये जब से तब
से ही अटारी अटा पे है हिन्दी .
गंगा जहाँ पर आके समायी
वो शंकर शीश जटा है ये हिन्दी .
भादव मास की अष्टमी में
रोहिणीयुत छायी घटा ये है हिन्दी .
राधे औ कृष्ण के रास के बीच
निधीवन छायी छ्टा है ये हिन्दी ..
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