मंगलवार, 3 जुलाई 2012

छ्टा है ये हिन्दी ..

आयी  भूलोक पे ये जब से तब
 से ही अटारी अटा पे है   हिन्दी  .
गंगा जहाँ पर आके समायी 
वो शंकर शीश जटा  है ये  हिन्दी .
भादव मास की अष्टमी में 
रोहिणीयुत  छायी घटा  ये  है हिन्दी .
राधे औ कृष्ण के रास के बीच 
निधीवन छायी छ्टा है ये हिन्दी  ..

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