गुरुवार, 5 अप्रैल 2012

जानती हिन्दी

जीवन में सबके ग्रह का  
पड़ता है प्रभाव ये जानती हिन्दी 
जीवन को सबके ही निखारता 
है ये अभाव भी जानती हिन्दी 
जो बढ़ता उसके प्रति लोग 
रखे हैं कुभाव ये जानती हिन्दी
बिच्छू के डंक औ साधू के भाव 
हैं भिन्न स्वभाव ये जानती हिन्दी

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें